जांच कमेटी ने चीफ जस्टिस को सौंपी जस्टिस यशवंत वर्मा मामले की रिपोर्ट
घर के आग लगने के बाद बरामद हुआ था भारी मात्रा में कैश, इलाहाबाद हाईकोर्ट में है तैनाती

जस्टिस की घर में गैरमौजूदगी के बाद घर में लगी आग बुझाये जाने के बाद भारी मात्रा में जले हुए नोट बरामद होने के बाद विवादों से घिरे जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ इंटरनल जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सीजेआई को सौंप दी है. कमेटी की तरफ से रिपोर्ट सौंपे जाने की सूचना खुद सुप्रीम कोर्ट की ओर से रिलीज जारी करके दी गयी है. रिपोर्ट के तथ्यों का खुलासा होना अभी बाकी है.
दिल्ली से इलाहाबाद हुए ट्रांसफर
इस प्रकरण के आने के समय जस्टिस यशवंत वर्मा दिल्ली हाई कोर्ट में तैनात थे. जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद होने की घटना को गंभीरता से लेकर हुए सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी. घटना सामने आने के बाद उनका तबादला इलाहाबाद कर दिया गया था.

हाईकोर्ट बार ने किया था व्यापक विरोध
प्रकरण सामने आने के बाद जस्टिस वर्मा का स्थानान्तरण इलाहाबाद हाईकोर्ट कर दिये जाने का इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने व्यापक विरोध किया था. अधिवक्ता स्ट्राइक पर चले गये. इसके चलते इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायिक कार्य प्रभावित हो गया. बाद में बार एसोसिएशन ने रिपोर्ट और कार्रवाई होने तक इंतजार करने का फैसला लिया था. बता दें कि जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाई कोर्ट में कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गयी है. हाई कोर्ट बार उनके घर से भारी मात्रा में कैश बरामद होने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने की भी मांग कर रहा है.