आपत्तियों की जांच जारी, 2700 आपत्तियां सही मिली
मतदाताओं की संख्या 9438 हुई, बढ़ोतरी संभावित

इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव की अनंतिम मतदाता सूची पर सोमवार तक करीब 3500 आपत्तियां दाखिल हुई. जांच के दौरान करीब 3200 आपत्तियां विचार योग्य पाई गई. 300 अधिवक्ताओं ने ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से आपत्तियां दाखिल की. जांच जारी है, अभी तक करीब 2700 आपत्तियां वैध पाई गई. इसके बाद मतदाताओं की संख्या 9438 हो गई है.
यह जानकारी देते हुए चुनाव अधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि “वन बार वन वोट” के तहत ऐसे अधिवक्ताओं की भी जांच की जा रही है, जो हाइकोर्ट बार के अलावा जिला अधिवक्ता संघ, कैट बार एसोसिएशन, एडवोकेट एसोसिएशन समेत अन्य बार के भी सदस्य है.
उन्होंने बताया कि चुनाव समिति पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन बुधवार 25 जून को कर देगी. मतदाताओं की संख्या का अंदाजा मिलने के साथ ही संभावित प्रत्याशियों के प्रचार में तेजी दिखाई देने लगी है.सोसल मीडिया प्रचार का एक सशक्त माध्यम बनता जा रहा.
लगातार मैसेज आने से अधिवक्ताओं में उलझन भी देखी जा रही. लोगों का कहना है कि लगातार मैसेज भेजकर परेशान करने वाले प्रत्याशी को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है. घरेलू चुनाव है, संपर्क कर अपना परिचय देकर मतदान की अपील करनी चाहिए. सार्वजनिक दावत, बड़ी बैठकों व प्रलोभन देकर वोट मांगने पर चुनाव समिति ने पहले ही रोक लगा रखी है.घरों में छोटी बैठकों का सिलसिला जारी है.

बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए जारी की गई अनंतिम मतदाता सूची पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि 22 जून रविवार तक लगभग तीन हजार अधिवक्ताओं ने आपत्तियां दाखिल की हैं, जिससे मतदाता सूची को लेकर अधिवक्ताओं में मनमानी की आशंका की पुष्टि हुई है. कई अधिवक्ताओं ने ‘वन बार वन वोट’ के नियम का कड़ाई से पालन करने की पुरजोर मांग भी उठाई है.
इस बार हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए 6738 मतदाताओं वाली अनंतिम मतदाता सूची जारी की गई थी. इस पर आपत्ति मागी गई थी. बड़ी संख्या में ऐसे अधिवक्ता आक्रोशित थे जिनके नाम मानक पूरा करने के बावजूद सूची में शामिल नहीं थे, जिससे उनमें नाराजगी थी. नारेबाजी भी की.इसी नाराजगी के चलते आपत्तियां दाखिल करने की अंतिम तिथि पर बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं ने अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व कार्यकारिणी सदस्य कृष्ण मनोहर तिवारी ने हाईकोर्ट बार को एक खुला पत्र लिखकर ‘वन बार वन वोट’ के नियम का सख्ती से पालन करने की मांग की है. उनका कहना है कि ऐसे कई अधिवक्ता हैं जो इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के साथ-साथ अन्य बार एसोसिएशनों के भी सदस्य हैं. दूसरे बार में वोट भी डाला है.
उन्होंने ऐसे अधिवक्ताओं को चिह्नित कर मतदाता सूची से बाहर करने की मांग की है ताकि वकालत करने वाले सही व वास्तविक अधिवक्ता मतदान कर अपनी कार्यकारिणी का चुनाव कर सके.और चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके.
मुख्य चुनाव अधिकारी वरिष्ठ अधिवक्ता आरके ओझा ने आश्वासन दिया कि अनंतिम मतदाता सूची पर प्राप्त सभी आपत्तियों की गहन जांच की जाएगी और पात्र अधिवक्ताओं के नाम अंतिम मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे. उन्होंने ‘वन बार वन वोट’ के नियम का भी कड़ाई से पालन करने का वादा किया और कहा कि जो भी इस नियम का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अधिवक्ता संतोष कुमार त्रिपाठी, अमित दूबे,संतोष मिश्रा, अखिलेश शर्मा,सी पी उपाध्याय,वीर सिंह, योगेन्द्र पांडेय,आदि ने चुनाव समिति से निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है.
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