सुप्रीम कोर्ट के 21 जजों की प्रापर्टी का डिटेल वेबसाइट पर अपलोड
कोलेजियम के प्रस्ताव और मंजूरी को भी सुप्रीम कोर्ट ने किया सार्वजनिक

सुप्रीम कोर्ट के 21 जजों की प्रापर्टी का सम्पूर्ण ब्यौरा सुप्रीम कोर्ट की आफिशियल वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया गया है. इसे अब कोई भी एसेस कर सकता है. वेबसाइट पर बताया गया है कि शेष 12 जजों की प्रापर्टी का ब्यौरा भी डिटेल प्राप्त होने के बाद अपलोड कर दिया जायेगा. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में वर्तमान समय में कुल 33 जजों की पोस्टिंग है. सुप्रीम कोर्ट का दो दिन के भीतर आया यह दूसरा बड़ा फैसला है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम के पास जज पद पर नियुक्ति के लिए आए 303 प्रस्तावों को भी सार्वजनिक कर दिया है. इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि इसमें से कितने नामों को मंजूरी दी गयी. इसमें कितने ऐसे हैं जो देश भर की हाई कोर्ट में तैनात जजों या पूर्व जजों के रिश्तेदार है.
14 मार्च की आग से शुरू हुई बहस
दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस रहे यशवंत वर्मा के घर पर संदिग्ध हालात में होली के दिन 14 मार्च को आग लगी थी. इसे फायर ब्रिगेड के जवानों ने काफी मशक्कत के बाद काबू पाया था. इस अग्निकांड ने जजों की प्रापर्टी को लेकर बहस को हवा दे दी थी क्योंकि जस्टिस यशवंत वर्मा के बंगले के एक क्वार्टर में भारी मात्रा में जले हुए नोट मिले थे. इस प्रकरण के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट की तरफ से कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये थे. पहला फैसला था जस्टिस वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर किया जाना. उनके आवास से कैश बरामद होने के मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया जाना. बता दें कि यह जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस आफ इंडिया को सौंप चुकी है. इस पर जल्द बड़ा फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है.
1 अप्रैल को तय किया था सार्वजनिक करेंगे प्रापर्टी डिटेल
इसके अलावा 1 अप्रैल को यह फैसला लिया गया था कि सुप्रीम कोर्ट के सभी जज अपनी प्रापर्टी की डिटेल सार्वजनिक करेंगे. वेबसाइट पर सम्पत्ति की डिटेल के साथ जजों ने अपनी लाइबिलिटीज को भी शेयर कर दिया है. इससे जजों की सम्पत्ति को लेकर आए दिन उठने वाले सवालों पर स्थिति स्प्ष्ट हो जायेगी. बता दें कि जजों की प्रापर्टी की डिटेल पहले से ही लिये जाने की व्यवस्था रही है. पहले यह डिटेल सुप्रीम कोर्ट के पास ही होता था! अब इसे पब्लिक फोरम में शेयर कर दिया गया है.
इन जजों की प्रापर्टी का डिटेल वेबसाइट पर उपलब्ध
सीजेआई संजीव खन्ना
जस्टिस बीआर गवई
जस्टिस सूर्यकांत
जस्टिस अभय एस ओक
जस्टिस विक्रम नाथ।
जस्टिस एमएम सुंदरेश
जस्टिस बेला एम.त्रिवेदी
जस्टिस पमिदिघंतम श्री नरसिम्हा
जस्टिस सुधांशु धूलिया
जस्टिस जमशेद बुर्जोर पारदीवाला
जस्टिस पंकज मित्तल
जस्टिस संजय करोल
जस्टिस संजय कुमार
जस्टिस राजेश बिंदल
जस्टिस के वी विश्वनाथन
जस्टिस उज्जल भुयान
जस्टिस एस. वेंकटनारायण भट्टी
जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह
जस्टिस संदीप मेहता
जस्टिस मनमोहन
जस्टिस के. विनोद चंद्रन
इन जजों ने अभी नहीं दिया है प्रापर्टी का ब्यौरा
जस्टिस जे के माहेश्वरी
जस्टिस बी वी नागरत्ना
जस्टिस दीपांकर दत्ता
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह
जस्टिस मनोज मिश्रा
जस्टिस अरविंद कुमार
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा
जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा
जस्टिस प्रसन्ना भालचंद्र वराले
जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह
जस्टिस आर. महादेवन
जस्टिस जॉयमाल्या बागची
221 में कुल 14 ही रिटायर या मौजूदा जजों के रिश्तेदार
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट अपनी वेबसाइट पर कोलेजियम के जरिए की गयी नियुक्तियों का ब्यौरा भी सार्वजनिक कर दिया है. इसमें 9 नवंबर, 2022 से 5 मई, 2025 के दौरान नियुक्त 221 हाईकोर्ट जजों का रिफरेंस शामिल किया गया है. वेबसाइट पर अपलोड की गयी जानकारी के अनुसार इन 221 जों में से केवल 14 ही ऐसे हैं तो रिटायर या मौजूदा जजों से संबंधित हैं.
भाई भतीजावाद का आरोप
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की तरफ से हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर भी तमाम तरह की बातें विभिन्न प्लेटफॉर्म पर होती रहती थीं. इससें सबसे अव्वल था न्यायिक नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद किया जाना. इसी को आधार बनाकर कोलेजियम सिस्टम समाप्त किये जाने की बात भी समय समय पर उठायी जाती रही है. सुप्रीम कोर्ट ने इस चर्चा पर भी विराम लगाने की कोशिश की है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2022 से नवंबर 2024 के बीच कुल 303 नियुक्ति के प्रस्ताव सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचे थे. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाईकोर्ट के लिए 170 नियुक्तियों को मंजूरी दी! इसमें अनुसूचित जाति के 7, अनुसूचित जनजाति के 5, ओबीसी के 21, महिलाएं 28, 23 अल्पसंख्यक और 12 जजों से संबंधित और 7 सबसे पिछड़े वर्गों से हैं. नवंबर, 2024 से 5 मई तक (सीजेआई संजीव खन्ना के कार्यकाल के दौरान), सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 103 उम्मीदवारों में से हाईकोर्ट के लिए 51 नियुक्तियों को मंजूरी दी. 51 में से 11 ओबीसी, 1 अनुसूचित जाति, 2 अनुसूचित जनजाति, 8 अल्पसंख्यक, 6 महिलाएं और 2 एचसी/एससी के मौजूदा या रिटायर जज से संबंधित हैं.
कौन जज किसका रिश्तेदार
- जस्टिस नूपुर भाटी (राजस्थान हाईकोर्ट): राजस्थान हाईकोर्ट के जज जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी की पत्नी।
- जस्टिस योगेंद्र कुमार पुरोहित (राजस्थान हाईकोर्ट): राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस मनोज व्यास और जस्टिस उमा शंकर व्यास के साले।
- जस्टिस प्रवीर भटनागर (राजस्थान हाईकोर्ट) : जस्टिस रणवीर सहाय वर्मा के पुत्र, राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस प्रशांत कुमार (इलाहाबाद हाईकोर्ट) : जस्टिस माहेश्वरी प्रसाद सिंह के पुत्र, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस मनीष कुमार निगम (इलाहाबाद हाईकोर्ट) : जस्टिस रमेश प्रसाद निगम के पुत्र, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस शैलेश प्रमोद ब्रह्मे (बॉम्बे हाईकोर्ट) : जस्टिस प्रमोद शांताराम के पुत्र, बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल (छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट) : जस्टिस एसके अग्रवाल के बहनोई, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज।
- जस्टिस रोहित कपूर (पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट) : जस्टिस अमर दत्त शर्मा के दामाद, पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस रुद्र प्रकाश मिश्रा (पटना हाईकोर्ट) : जस्टिस श्याम शंकर त्रिपाठी के दामाद, इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज।
- जस्टिस बिभु दत्ता गुरु (छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट) : जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा, सुप्रीम कोर्ट के जज के दामाद।
- जस्टिस दीप्तेंद्र नारायण रे (गुजरात हाईकोर्ट) : जस्टिस जीएन रे, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज के पुत्र।
- जस्टिस तेजस धीरेनभाई करिया (दिल्ली हाईकोर्ट) : जस्टिस बीएन करिया, गुजरात हाईकोर्ट के पूर्व जज के पुत्र और जस्टिस बीडी करिया, गुजरात हाईकोर्ट के जज के भाई।
- जस्टिस सोनी श्रीवास्तव (पटना हाईकोर्ट) : जस्टिस रेखा कुमारी, पटना हाईकोर्ट की पूर्व जज की पुत्री।
- जस्टिस रीतोब्रोतो कुमार मित्रा (कलकत्ता हाईकोर्ट) : जस्टिस रोनोजीत कुमार मित्रा, कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज के पुत्र।